Rin Mochan Mangal Stotra in Sanskrit - श्री ऋण मोचन मंगल स्तोत्र

Rin Mochan Mangal Stotra in Sanskrit :- क्या आप संस्कृत भाषा में ऋण मोचन मंगल स्तोत्र पढ़ना चाहते हैं? अगर आपका जवाब हां है तो यह पोस्ट सिर्फ आपके लिए है। ऋण मोचन मंगल स्तोत्र श्री हनुमान जी का एक स्तोत्र है,जिसे मुख्यतौर पर ऋण ( कर्जा) तथा आर्थिक समस्या की अवस्था को कम तथा दूर करने के लिए पढ़ा जाता है। 

Rin Mochan Mangal Stotra in Sanskrit

बजरंगबली का यह स्तोत्र बहुत ही फलदायी और लाभकारी है। संकट मोचन मंगल स्तोत्र के अंतर्गत 12 अनुच्छेद हैं।हर मंगलवार को ऋण मुक्ति मंगल स्तोत्र का जाप करने से आपको कर्ज ,आर्थिक समस्या और किसी भी तरह का संकट नहीं आता है। हनुमान जी को इस संसार में अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे :- पवनपुत्र, महाबली, बजरंगबली। आदि।यह था बजरंगबली महाराज का वर्णन। 

अब मैं आपको अपने बारे में थोड़ा बताता हूँ । दरअसल मेरा नाम शिवपूजन है और मुझे हिन्दू धर्म के बारे में विभिन्न प्रकार से जानकारियाँ प्राप्त करते हुए 10 (years) saal हो गये है। मैंने बचपन से ही भगवान से प्यार किया है। अब मैं हिंदू धर्म के सभी प्रकार के भजन, चालीसा, मंत्र जाप आदि का वर्णन करता हूं। शोध के दौरान हमने पाया कि कई stotra, mantra, chalisa आदि के तहत पीडीएफ सुविधा बहुत कम उपलब्ध है। हम आपसे वादा करते हैं कि हम आपको हर स्तोत्र, चालीसा, मंत्र आदि के तहत PDF सुविधा प्रदान करेंगे। 

हमारा एक प्रश्न है। आप से?, क्या आप केवल ऑनलाइन ही  rin mochan mangal  stotra ko पढ़ना चाहते हैं, हमें ऐसा नहीं लगता। आपकी श्रद्धा और भक्ति से हम अनुमान लगा सकते हैं कि आप  rin mochan mangal  stotra  को ऑफलाइन भी पढ़ना चाहते हैं। इसलिए आपकी सेवा को ध्यान में रखते हुए हमने  rin mochan mangal  stotra PDF की सेवा उपलब्ध कराई है। आप दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके  rin mochan mangal  stotra को download कर सकते हैं। आइए अब हम एक साथ sanskrit में shri rin mochan mangal  stotra   का जाप करें। 

श्री ऋण मोचन मंगल स्तोत्र के बोल | Read Shri Rin Mochan Mangal Stotra Lyrics

॥ Shri Rin Mochan Mangal Stotra 

 मङ्गलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रदः।
स्थिरासनो महाकयः सर्वकर्मविरोधकः ॥1॥
लोहितो लोहिताक्षश्च सामगानां कृपाकरः।
धरात्मजः कुजो भौमो भूतिदो भूमिनन्दनः॥2॥
अङ्गारको यमश्चैव सर्वरोगापहारकः।
व्रुष्टेः कर्ताऽपहर्ता च सर्वकामफलप्रदः॥3॥
एतानि कुजनामनि नित्यं यः श्रद्धया पठेत्।
ऋणं न जायते तस्य धनं शीघ्रमवाप्नुयात्॥4॥
धरणीगर्भसम्भूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं च मङ्गलं प्रणमाम्यहम्॥5॥
स्तोत्रमङ्गारकस्यैतत्पठनीयं सदा नृभिः।
न तेषां भौमजा पीडा स्वल्पाऽपि भवति क्वचित्॥6॥
अङ्गारक महाभाग भगवन्भक्तवत्सल।
त्वां नमामि ममाशेषमृणमाशु विनाशय॥7॥
ऋणरोगादिदारिद्रयं ये चान्ये ह्यपमृत्यवः।
भयक्लेशमनस्तापा नश्यन्तु मम सर्वदा॥ 8 ||
अतिवक्त्र दुरारार्ध्य भोगमुक्त जितात्मनः।
तुष्टो ददासि साम्राज्यं रुश्टो हरसि तत्ख्शणात्॥9॥
विरिंचिशक्रविष्णूनां मनुष्याणां तु का कथा।
तेन त्वं सर्वसत्त्वेन ग्रहराजो महाबलः॥10॥
पुत्रान्देहि धनं देहि त्वामस्मि शरणं गतः।
ऋणदारिद्रयदुःखेन शत्रूणां च भयात्ततः॥11॥
एभिर्द्वादशभिः श्लोकैर्यः स्तौति च धरासुतम्।
महतिं श्रियमाप्नोति ह्यपरो धनदो युवा॥12॥

|| इति श्री ऋणमोचक मङ्गलस्तोत्रम् सम्पूर्णम् ||

ऋणमोचक मंगल स्तोत्र २१ नाम | 21 Names of Rin Mochan Mangal Stotra

  1. भीमसेन सहायकृते 
  2. कपीश्वराय 
  3. महाकायाय
  4. कपिसेनानायक 
  5. कुमार ब्रह्मचारिणे 
  6. महाबलपराक्रमी 
  7. रामदूताय 
  8. वानराय 
  9. केसरी सुताय 
  10. शोक निवारणाय
  11. अंजनागर्भसंभूताय 
  12. विभीषणप्रियाय
  13. वज्रकायाय 
  14.  रामभक्ताय 
  15. लंकापुरीविदाहक
  16. सुग्रीव सचिवाय 
  17.  पिंगलाक्षाय
  18.  हरिमर्कटमर्कटाय 
  19.  रामकथालोलाय 
  20.  सीतान्वेणकर्त्ता 
  21.  वज्रनखाय 

श्री रिन मोचन मंगल स्तोत्र के लाभ | Benifits of Shri Rin Mochan Mangal Stotra

  • संकट नहीं  रहता है
  • कम कर्ज की समस्या
  • घर में सुख-शांति बनी रहती है
  • सभी प्रकार की आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं
  • नकारात्मक विचारों से छुटकारा
  • आत्मविश्वास बढ़ता है
  • पाठ के दौरान चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा फैलती है

डाउनलोड करे श्री ऋण मोचन मंगल स्तोत्र की पीडीऍफ़ | PDF of Shri Rin Mochan Mangal Stotra 


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श्री रिन मोचन मंगल स्तोत्र का वीडियो देखें | Watch The Video of Shri Rin Mochan Mangal Stotra 

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आप प्ले बटन पर क्लिक करके shri rin mochan mangal स्तोत्र के बोल बजाना शुरू कर सकते हैं। इस वीडियो के माध्यम से rin mochan mangal स्तोत्र को sanskrit में देखने और पढ़ने का आनंद लें।

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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल | Frequently Asked Questions


ऋण मुक्ति के देवता मंगल कौन हैं?
ऋण मुक्ति के देवता मंगल श्री बजरंगबली हैं, जिन्हें पूरी दुनिया में पवनपुत्र हनुमान जी के नाम से जाना जाता है।

ऋण मोचन मंगल (बजरंगबली) किसके पुत्र हैं?
ऋण मोचन मुक्ति के देवता मंगल यानी बजरंगबली माता अंजनी और पिता पवन देव के पुत्र हैं।


ऋण मोचन मंगल स्तोत्र क्या है ? 
 ऋण मोचन स्तोत्र ऋण और आर्थिक गतिविधियों की समस्या को दूर करने वाला एक मंत्र है। यदि आप कर्ज में हैं या आपका कर्ज कम नहीं हुआ है, तो आपको कर्ज मुक्ति मंगल स्तोत्र का जाप करना चाहिए। क्योंकि यह स्तोत्र आपकी कर्ज की समस्या को दूर करने के लिए एक बहुत ही शक्तिशाली और लाभकारी स्तोत्र है।

 रिन मोचन मंगल स्तोत्र  जप और इसे कैसे सिद्ध करें? ऋण मोचन संकट स्तोत्र के नियम क्या हैं?
इस स्तोत्र को प्रत्येक मंगलवार को ही करने का प्रयास करना चाहिए। ऋण मुक्ति मंगल स्तोत्र को सिद्ध करने के लिए कम से कम 43 दिन पाठ करें। यदि आप इतने दिनों तक ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो आप अपनी इच्छानुसार इस पाठ को दोहरा सकते हैं। पाठ के दौरान आपको इन बातों पर अवश्य ध्यान देना चाहिए। 

  1. सबसे पहले ताजे पानी से नहाएं
  2. नारंगी या लाल कपड़े पहनें
  3. हनुमान जी के रूप की स्थापना करें
  4. श्री हनुमान जी की प्रतिमा के सामने पुष्प अर्पित करें, जोत को जलाएं
  5. मन में जय बजरंगबली का नाम लेकर स्तोत्र की शुरुआत करें।

ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का पाठ किस दिन करें ? 
मंगलवार के दिन ऋण मोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करें तो बहुत लाभ होगा क्योंकि मंगलवार का दिन बजरंगबली का दिन होता है और बजरंगबली स्तोत्र का पाठ करना सबसे शुभ अवसर माना जाता है। पाठ का समय केवल सुबह और शाम के समय होना चाहिए।


( ध्यान दें)

अंत में हम यही सुझाव देना चाहेंगे कि आप इस स्तोत्र की पीडीएफ फाइल को डाउनलोड कर लें। ताकि आप बिना किसी रुकावट के भजन पढ़ने का आनंद उठा सकें।`````

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